आज हम बात करेंगे प्रधानमंत्री की उस मीटिंग की जो उन्होंने इटली जाने से पहले की | इटली व शाम को गए और दिन में उन्होंने बैठक की और बैठक में जो भी रिपोर्ट आई है और बताया जा रहा है ऑफिशियल सोर्सेस से भी बताया जा रहा है | This is upcoming full spectrum counter terror response against Reasi attack.
फुल स्पेक्ट्रम काउंटर टेरर
उन्होंने मिलिट्री के साथ यानी कि उसमें आर्मी चीफ भी थे, एयरफोर्स वाले भी थे, और उसमें ए भी थे उसमें डिफेंस मिनिस्टर भी थे | उसमें होम मिनिस्टर भी थे | इस बड़ी और बहुत ही हाई पावर्ड मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने यह निर्देश दिया कि “फुल स्पेक्ट्रम काउंटर टेरर मेजर्स” लिए जाएं जो भी हमारी कैपेबिलिटी है उसके पूरे के अनुसार |
अब यहां पर पेच फस गया है हमारी फोर्सेस के साथ नहीं क्योंकि उनको तो इस अर्थ पता है | लेकिन जो हमारे भाई लोग बैठे हैं ना वो खासतौर से जो विरोधी पक्ष वाले जो हैं जो इको सिस्टम वाले जो है जो चोबदार और सिप सालार जो है, आपके हमारे इको सिस्टम वाले वह कह रहे हैं कि – भाई यह क्या मतलब हुआ ये फुल स्पेक्ट्रम क्या होता है तो मैं इन मूर्खों को बता देता हूं कि फुल स्पेक्ट्रम क्या होता है |
फुल स्पेक्ट्रम काउंटर टेरर का मेजर्स का मतलब
फुल स्पेक्ट्रम का मतलब यह होता है कि यह पूरा जो ऑपरेशन है वह भारत की सीमा में ही सीमित नहीं रहेगा फुल स्पेक्ट्रम काउंटर टेरर का मेजर्स का मतलब होता है कि जहां से टेरर अमनेर है एनेट का मतलब जो उसका उद्गम है, तो जहां टेरर का उद्गम है ,आप उस उद्गम पर भी प्रहार करें | अब वो उद्गम पर कैसे प्रहार करें वह तो हमको और आपको कोई बताएगा नहीं | लेकिन उद्गम पर कैसे प्रहार किया जाता है वह आपने पहले देखा है |
और उद्गम पर प्रहार करने का एक और तरीका है जो मैं बता सकता हूं वह उद्गम पर प्रहार करने का तरीका यह है कि सारे के सारे मदरसे आप कृपया बंद कराएं | मदरसों में जो शिक्षा होती है और जो मदरसों के जो इमाम वगैरह हैं वो सारे के साहे जो हैं इस समय काम कर रहे हैं वहां पर टेरर इनेबलिंग का टेरर इनेबलर्स को हम किसी भी तरह से वहां अलाउ नहीं कर सकते |
यह स्थिति बिगड़ी इसलिए है क्योंकि बहुत सारे काम पहले हुए नहीं एक नॉर्मल स का नैरेटिव बनाया गया | अब नॉर्मल स का नैरेटिव बनाने को तो आप बना सकते हैं आपने टूरिजम वर्सेस टेररिज्म का नैरेटिव बनाया | अब यह कितना गलत साबित हुआ हमने रियासी में देख लिया | और रियासी से पहले आपको ध्यान हो लगभग 152 दिन पहले एक टूरिस्ट बस पर हमला हुआ था श्रीनगर में और वह लोगों को बहुत अधिक उसकी प्रचार प्रसार नहीं हुई | इसलिए भी नहीं हुई कि उस समय एक तो इलेक्शन चल रहे थे, और दूसरे उसमें जान माल की हानि कम हुई थी |
तो यहां यह हम लोग कब से कहते आ रहे हैं आपको पता है कब से कहते आ रहे हैं कि भाई यह जो है आंखों पर पट्टी बांध के मत रखो | यह सिचुएशन ऐसी होती है यह सब मुकल्लीद है जो तकलीद फॉलो करने वाले लोग हैं | एक दिन में जहां मस्जिदों से आवाज आई और अजान के साथ-साथ दूसरी अजान दी गई तो पता चलेगा कि आपको कि सारे के सारे फिर से पत्थरबाजी करने सड़कों पर उतर आए | इसलिए आप को यह जो एक्स्ट्रा रिलीजस पावर मस्जिदों और मदरसों के पास है वह भी इस फुल स्पेक्ट्रम में शामिल होनी चाहिए | मुझे नहीं पता कि वह शामिल है या नहीं है |
एलजी साहब जो है वह लगातार सेपरेटिस्ट के साथ में बातचीत कर रहे हैं लेकिन नेशनलिस्ट के लिए उनके पास अधिक समय नहीं है | मैं गृहमंत्री जी से भी अनुरोध कहूंगा कि वहां के जो राष्ट्रवादी तत्व हैं जरा उनसे भी मिले | केवल आपके लोग जो हैं वहां पर वह ट्रैक टू वाले हैं | अधिकतर वो ट्रैक टू वाले जाकर इंजीनियर रशीद से बात कर लेते हैं और इंजीनियर रशीद को चुनाव देते हैं | बताया जाता है कि इंजीनियर रशीद को चुनाव लड़ने का इच्छुक नहीं था लेकिन उसको भी चुनाव गया क्यों उमर अब्दुल्ला को हराना था |
भाई अब यह तो वही वाली बात हो गई कि इंदिरा गांधी को एसजीपीसी को डाउन करना था तो उन्होंने भिंडरा वाले को अप कर दिया | इस तरह की जो सिनिकल ट्रैक टू प्रयोग है | बराय मेहरबानी इनसे आए एलजी साहब से भी कह रहा हूं और मैं होम मिनिस्टर से भी मुखातिब हूं इस वक्त यह एक्सपेरिमेंट जो है ट्रैक टू वाले जो इंटेलिजेंस एजेंसी को बहुत पसंद है व इंटेलिजेंस एजेंसी को इस्लाम की जानकारी नहीं है |
यह मैं बता दूं मैंने बहुत सारे लोगों से लिया इंटेलिजेंस वालों से पूछ लिया बहुत सारे आर्मी ऑफिसर से पूछ लिया कुछ आप एक्सेप्शन जो हैं जो अपवाद है उनको यदि आप छोड़ दे तो किसी ने भी पाकिस्तान का जो डॉक्ट्रिन है पाकिस्तान का जो वर डॉक्ट्रिन है वह नहीं पढ़ा है | वह पढ़ के डिस्कस भी नहीं करते हैं क्योंकि उससे सेकुलरिज्म खतरे में आ जाता है | अब जरूर मैंने सुना है कि नेशनल डिफेंस कॉलेज में वो पढ़ाया जाने लगा है |
कोर्स मटेरियल और वो है कुरानिस्ट सेप्ट ऑफ वॉर लेकिन व अगर कुरानिस्ट सेप्ट ऑफ वॉर नेशनल कॉलेज में किसी को पढ़ाना है, तो भाई जो लोग कुरान की जो चीजें लिखी हुई है, उसमें उनका मतलब समझते हैं, उनको तो बुलाओ उसमें ऑपरेशन वर्ड आया है | बार-बार अब जितने लोगों ने वहां पढ़ाया है वह बता दे ऑपरेशन का मतलब क्या होता है | तो मैं जान जाऊ यदि कोई इस तरह के आर्मी के वेटरन हो जिन्होंने अपनाने कांसेप्ट ऑफ वॉर के एज अ कोर्स मटेरियल स्टडी किया हो तो वो कृपया नीचे बता दे मुझको कि उस कुरानी कांसेप्टऑफ वॉर किताब में ऑपरेशन का मतलब क्या है ?
मैं सबको अनुरोध करूंगा कि उन ऑफिसर से पूछ रहा हूं जिन्होंने वो किताब पढ़ी है कृपया ऑपरेशन का मतलब बताएं कि पुरानि “कांसेप्ट ऑफ ऑपरेशन” क्या है | अब फुल स्पेक्ट्रम में क्या-क्या हो सकता है उन संभावनाओं पर चर्चा कर ले | फुल स्पेक्ट्रम में ऑपरेशन “सर्प विनाश” हुआ था 2003 में | सूरन कोट में पूरा एक क्षेत्र था पुंछ और राजौरी के बीच में | पुंछ के पास में था वहां पर पूरा सैकड़ों बीघे का क्षेत्र जो था वह कब्जे कर लिया गया था | वहां पर बाकायदा एक ट्रेनिंग सेंटर चलाया जाता था |
वहां पर भी इसी तरह की गुफाएं थी और घिरा हुआ था, गहरा जंगल था | फिर उसमें बहुत लंबी चौड़ी फौज बुलाकर ऑपरेशन सर्प विनाश किया गया था सर्प उनको इसलिए कहा जाता था कि वो गुफाओं में छुपे रहते थे | व गुफाएं जो थी वो सांप के बिल की तरह थी तो सर्प विनाश में वो हुआ और सर्प विनाश बहुत ही सफल ऑपरेशन हुआ | उसके बाद से लगभग 15 – 20 वर्ष तक वहां शांति रही है लेकिन अब जानबूझ के ये टारगेट किया जा रहा है |
व इसीलिए किया जा रहा है कि जो एक मृग मरीचिका जैसी जो बनाई गई है वह दो चार इस तरह के अटैक से ध्वस्त कर देते हैं | यहां पर जो थिनिंग हुई जब यहां से कुछ ट्रूप्स विड्रॉ करके और भेजे गए चाइना बॉर्डर पर, उस समय से लगातार पाकिस्तान यहां पर डी स्टेबलाइजेशन की एक्टिविटी में लगा हुआ है | तो ये सर्प विनाश जैसा जो ऑपरेशन है वो करने के लिए ऑथराइज कर दिया है | आपको ध्यान है राजौरी और पुंछ के बीच का जो एरिया है यह आपकी गली है | थाना मंडी वाला इलाका है |
उस तरफ के जो तो वहां पर बहुत घने जंगल है बहुत कठिन ऑपरेशन है तो उसके लिए पूरी तरह से ऑथराइज कर दिया है |कि आप ऑपरेशन सर्प विनाश टू कर सकते हैं | यह तो एक बात है लेकिन फुल स्पेक्ट्रम में यह भी आता है कि भैया आप जाके जहां जहां लॉन्च पैड है उनको डिस्ट्रॉय कर सकते हैं अब मुझे यह नहीं पता कि आर्टिलरी फायर उन पर करेंगे कि नहीं करेंगे लेकिन इकी दुक्की आर्टिलरी फायर तो हो ही सकती है |
क्योंकि आपको ध्यान है कि यह जो सीस फायर है यह तो मुशर्रफ के टाइम से लागू है और सदैव हम यह बात करते थे कि भाई इतने सारे सीस फायर के उल्लंघन हुए तो सी सर के उल्लंघन हुए तो भाई आप भी दो चार उल्लंघन तो करो | खाली वही उल्लंघन करते रहेंगे | दो चार उल्लंघन करो थोड़ा सा उनका जो वेस्टर्न बॉर्डर पर जो डिप्लॉयड है उसको थोड़ा डिस्टर्ब करो ना | कभी थोड़ा सा कुछ लोग आप भी अंदर भेजो उनके पीछे से किसी चौकी पर मान लीजिए हमला हो जाए |
आजकल बहुत सारे लोग हैं आपको पता है कि पूरा का पूरा जो पाकिस्तान ऑक्यूपाइड जम्मू कश्मीर है, उसमें एक तरह से आग लगी हुई है, लोग जो है वो कह रहे हैं कि हमें आपके साथ नहीं रहै | हमको तो हिंदुस्तान के साथ जाना है | ओरिजनली हिंदुस्तान के हैं | इंटरनेशनली भी हमारा रेफरेंडम बाकी है | हम हिंदुस्तान के साथ मिलना चाहते हैं | इस तरह की व बात हो रही है वहां पर तो बहुत आसान है रिक्रूटमेंट करना | लोग मरने मारने पर उतार है वहा तो फुल स्पेक्ट्रम में यह सारी चीजें आती है फुल स्पेक्ट्रम में “अननोन गन मेंन” भी आते हैं |
और नोन मिलिट्री ऑपरेशन भी आते हैं | जो सीधे लच पैड को डिस्ट्रॉय करना है वह भी आता है | और क्या पता और इस तरह के जो लच पैड है वह पीछे से आकर अफगानी जो है वह टीटीपी वाले वह कर दे | और टीटीपी ने कोई य कसम थोड़ी खाई है कि वह कश्मीर में नहीं जाएंगे कुछ भी हो सकता है | तो यह फुल स्पेक्ट्रम ऑपरेशन अब इनके खिलाफ होगा इसलिए आप लोग अब बिल्कुल निश्चिंत से और पूरे फोकस से निश्चिंत अवश रहे |
लेकिन फोकस भी ढीला नहीं हो | हर गतिविधि को जो भारत की सेनाएं और भारत के जो सुरक्षा बल है वह करेंगे | आज जम्मू के डीजीपी ने भी जम्मू में यह कह दिया कि जो लोग इनेबल कर रहे हैं ना जो उनको सहायता दे रहे हैं उनकी भी खोज खबर अच्छी तरह से ली जाएगी | तो फुल स्पेक्ट्रम काउंटर टेरर ऑपरेशन अब होने जा रहा है |